》दुनियां 360° Desk: जंग का मैदान हो या बचाव अभियान दो खास जरूरतों से हेलिकॉप्टर के महत्व को समझा जा सकता है। हवा में एक ही जगह पर मंडराने और कहीं से भी उड़ने और लैंड करने की खूबी के कारण हेलिकॉप्टर एयरफोर्स की खास जरूरत बन गए हैं। सबसे पहले दो सीन –
सीन-1: लड़ाई के मैदान में पैदल सैनिकों की टुकड़ी दुश्मनों से घिर गई है। दुश्मन उनकी तरफ बढ़ रहे हैं और तोप, टैंक और मशीनगन से भारी फायरिंग कर रहे हैं। ऐसे समय में सैनिक जान बचाने के लिए एयरफोर्स से सहायता मांगते हैं और कुछ ही मिनटों में लड़ाकू हेलिकॉप्टरों की एक टीम आ जाती है। हेलिकॉप्टर मिसाइल और रॉकेट से दुश्मन के टैंक और अन्य गाड़ियों को तबाह कर देते हैं और मिनटों में हार जीत में बदल जाती है।
सीन-2: बाढ़ का पानी हर तरफ फैला है। कुछ लोग जान बचाने के लिए घर की छत पर बैठे हैं। तभी उनकी तरफ एक हेलिकॉप्टर आता है और सभी को अपने साथ सुरक्षित स्थान पर ले जाता है।
8 अक्टूबर को इंडियन एयर फोर्स डे मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य में Vijayrampatrika.com हर बरस देता है आपको दुनियाभर की वायुसेना से जुडी़ ताजा जानकारियां। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं वर्ल्ड के टॉप 10 अटैक हेलिकॉप्टर्स, जिनमें से कौन से हैं भारत के पास, यह भी बताया गया है यहां:-
(1) AH-64D Apache Long Bow: टॉप टेन अटैक हेलिकॉप्टरों की लिस्ट में पहले स्थान पर अमेरिका का AH-64D अपाचे हेलिकॉप्टर है। गल्फ वार में इस हेलिकॉप्टर ने अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। इस हेलिकॉप्टर को दिन-रात और खराब मौसम में भी उड़ाया जा सकता है। इसमें अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक टेक्नोलॉजी और फायर कंट्रोल सिस्टम लगाया गया है। अमेरिकी सेना का यह मुख्य अटैक हेलिकॉप्टर है। मिस्र, ग्रीस, इजरायल, नीदरलैंड, जापान, सउदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात और ब्रिटेन की सेना भी इसका इस्तेमाल करती है। हथियार: हवा में मार करने के लिए अपाचे में चार AIM-9 साइड वाइंडर और दो AIM-92 स्टिंगर मिसाइल लगे हैं। इसके साथ ही इसमें चार साइड आर्म एंटी रेडिएशन मिसाइल भी हैं। जमीन पर हमला करने के लिए इसमें 16 AGM-114 हैलफायर एंटी टैंक मिसाइल लगे हैं। इसके साथ ही अपाचे में रॉकेट पॉड्स और 30mm के गन लगे हैं। इसकी अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 10,107 किग्रा है। इसकी अधिकतम स्पीड: 261km/h है जबकि रेंज: 1,900 किमी है। आगे की स्लाइड्स में पढ़ें, टॉप टेन लिस्ट में शामिल 9 अन्य हेलिकॉप्टर्स के बारे में…
(2) Kamov KA-50/KA-52: यह हेलिकॉप्टर को दुश्मनों के शिकार के लिए बनाया गया है। रूस में बने इस हेलिकॉप्टर का नाम इसलिए ब्लैक शार्क रखा गया है। इस विमान में सिर्फ एक पायलट सवार होता है। पायलट हेलिकॉप्टर उड़ाने के साथ दुश्मन पर हमला भी करता है। छोटे आकार के कारण यह दूसरे हेलिकॉप्टरों से तेज है और मुश्किल अभियानों को भी सफलता से पूरा कर सकता है। तीन-तीन रोटर ब्लेड्स की एक जोड़ी इस हेलिकॉप्टर को तेजी से उड़ने में मदद करती है। ब्लैक शार्क हेलिकॉप्टर में पायलट के लिए इजेक्शन सीट लगा है, ताकि इमरजेंसी में वह अपनी जान बचा सके। हथियार: जमीन पर मौजूद टारगेट को नष्ट करने के लिए ब्लैक शार्क में AT-16 Vikhr-M लेजर गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल, AS- 12 Kegler मिसाइल लगे हैं। हवा में मार करने के लिए यह Vympel R-73 मिसाइल का इस्तेमाल करता है। इसके साथ ही इसमें रॉकेट पॉड्स और 30mm के गन मौजूद हैं। देखें फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 10,800 kg अधिकतम स्पीड: 310 km/h रेंज: 520 km
(3) MI-28H Havoc: टॉप टेन बेस्ट अटैक हेलिकॉप्टर की लिस्ट में तीसरे स्थान पर रूस द्वारा बनाया गया MI-28 H हेलिकॉप्टर है। इसे नाटो सेना Havoc के नाम से पुकारती है। इस हेलिकॉप्टर के रोटर ब्लेड कम्पोजिट मटेरियल के बने हैं, जिससे ब्लेड पर गोलियां लगने के बावजूद यह उड़ता रहता है। यह हेलिकॉप्टर दिन-रात और कठिन मौसम में भी उड़ान भर सकता है। हथियार: MI-28 H हेलिकॉप्टर में 9M114 Shturm-C, 9M120 / 9M121F Vikhr और 9A-2200 एंटी टैंक मिसाइल लगे हैं। इसके साथ ही इसमें 30mm का गन भी लगा है। इस हेलिकॉप्टर में जरूरत के अनुसार और मशीनगन और रॉकेट पॉड्स भी लगाए जा सकते हैं। फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 11,500 kg अधिकतम स्पीड: 320 km/h रेंज: 1,100 km
(4) Eurocopter Tiger: फ्रांस और जर्मनी द्वारा मिलकर बनाया गया Eurocopter Tiger हेलिकॉप्टर चौथे स्थान पर है। यह अमेरिका के AH-64 अपाचे, रूस के ka-50 ब्लैक शार्क, इटली के अगस्ता A129 मंगुस्ता और साउथ अफ्रीका के Denel AH-2 Rooivalk हेलिकॉप्टर के समान है। युद्ध के मैदान में यह हेलिकॉप्टर बाघ की तरह बिना डरे दुश्मन का सामना करता है। गोलियों और रॉकेटों के हमले से बचने के लिए इसमें अत्याधुनिक बख्तर लगाया गया है। इस हेलिकॉप्टर को कार्बन फाइबर, केवलार और टाइटेनियम से कवर किया गया है। हथियार: हवा में मार करने के लिए टाइगर हेलिकॉप्टर में AIM-92 Stinger और Mistral मिसाइल लगे हैं। जमीन पर मौजूद टारगेट को नष्ट करने के लिए इसमें AGM-114 Hellfire, PARS 3 LR, HOT3 और Rafael Spike-ER एंटी टैंक मिसाइल लगे हैं। इसके साथ ही यह 70mm के SNEB और हाइड्रा रॉकेट भी दाग सकता है। जमीन पर भारी गोलीबारी करने के लिए टाइगर में 30mm का गन लगा है। फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 6,000 kg अधिकतम स्पीड: 315 km/h रेंज: 800 km
(5) AH-1Z Viper: अमेरिका का AH-1Z Viper हेलिकॉप्टर टॉप टेन की लिस्ट में पांचवें स्थान पर है। यह AH-1 कोब्रा का उन्नत रूप है। मरीन फोर्स के लिए बनाए गए इस हेलिकॉप्टर में जंग का रूख मोड़ने की ताकत है। इस हेलिकॉप्टर के पायलट और गनर के हेलमेट में साइट और डिस्प्ले सिस्टम लगा है। इससे गनर के हेलमेट के स्क्रीन में टारगेट संबंधी सारी सूचनाएं दिखती हैं। गनर जिस टारगेट की और देखता है, हेलिकॉप्टर के हथियारों का निशाना भी खुद उसकी तरफ हो जाता है। इस सिस्टम से गनर और पायलट हेलिकॉप्टर के चारो ओर देख पाते हैं। हथियार: AH-1Z हेलिकॉप्टर में AGM-114A/B/C एंटी टैंक मिसाइल, AGM-114F एंटी शिप मिसाइल और AIM-9 हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल लगे हैं। इसके साथ ही यह 70mm के रॉकेट और बम भी फायर कर सकता है। जमीन पर मैजूद टारगेट पर भारी गोलीबारी करने के लिए इसमें 20mm के गन लगाए गए हैं। फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 5,580 kg अधिकतम स्पीड: 337 km/h रेंज: 425 km
(6) A-129: टॉप टेन की लिस्ट में छठे स्थान पर है A-129 मंगुस्ता हेलिकॉप्टर। इसे इटली की अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी ने बनाया है। इस हेलिकॉप्टर को दिन-रात और हर तरह के मौसम में हमला करने के लिए भेजा जा सकता है। इसमें ऑटोमेटिक फ्लाइट कन्ट्रोल सिस्टम लगा है। A-129 में AW129’s इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट और इलेक्ट्रॉनिकल ELT-156 रडार वार्निंग रिसीवर लगा है। हथियार: हवा में मैजूद टारगेट को नष्ट करने के लिए इस हेलिकॉप्टर में Raytheon स्टिंगर और MBDA (formerly Matra BAe Dynamics) मिस्ट्रल मिसाइल लगे हैं। जमीन पर हमला करने से लिए इसमें Hellfire और Raytheon TOW 2 मिसाइल लगाए गए हैं। यह हेलिकॉप्टर 70mm और 81mm के रॉकेट भी फायर कर सकता है। जमीन पर भारी गोलीबारी करने के लिए यह 20mm के गन से लैस है। फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 4600 kg अधिकतम स्पीड: 280 km/h रेंज: 510 km
(7) AH-1W Super Cobra: टॉप टेन की लिस्ट में सातवें नं. पर है अमेरिका का AH-1W सुपर कोबरा हेलिकॉप्टर। दो इंजन वाला यह हेलिकॉप्टर AH-1 कोबरा का उन्नत रूप है। इसका इस्तेमाल अमेरिका की मरीन फोर्स करती है। ऑपरेशन इराकी फ्रीडम में इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया था। हथियार: जमीन पर मौजूद किसी टारगेट को नष्ट करने के लिए सुपर कोबरा में TOW और हैलफायर एंटी आर्मर मिसाइल, Maverick और Raytheon BGM-71 TOW मिसाइल लगे हैं। हवा में मार करने के लिए इसमें साइड वाइंडर और एंटी रेडिएशन मिसाइल लगे हैं। इसके साथ ही सुपर कोबरा 70 mm के रॉकेट और 127 mm के बम भी फायर कर सकता है। भारी गोलीबारी करने के लिए इस हेलिकॉप्टर में 20mm के गन लगे हैं। फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 6,690 kg अधिकतम स्पीड: 388km/h रेंज: 648 km
(8) AH-2 Rooivalk: यह हेलिकॉप्टर लिस्ट में आठवें नं. पर है। दक्षिण अफ्रीका में बने Rooivalk की गिनती सबसे आधुनिक हेलिकॉप्टर में होती है। इस हेलिकॉप्टर के अगले सिरे में जाइरो स्टेबलाइज्ड टरेट (gyro-stabilised turret) लगा है, जिसकी मदद से टारगेट पर कैमरा और अन्य सेंसर लॉक कर दिया जाता है। इसके बाद हेलिकॉटर की दिशा बदलने पर भी कैमरा टारगेट पर ही लॉक रहता है। इसके साथ ही इसमें ऑटोमेटिक टारगेट डिटेक्शन और ट्रैकिंग सिस्टम भी लगा है। हथियार: जमीन पर भारी गोलीबारी करने के लिए AH-2 Rooivalk में 20mm का तोप लगा है। इसके साथ ही इसमें TOW और Denel ZT-6 मोकोपा एंटी टैंक मिसाइल और हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल लगे हैं। इस हेलिकॉप्टर में 70mm के रॉकेट्स भी लगाए जा सकते हैं। फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 8,750 kg अधिकतम स्पीड: 309 km/h रेंज: 940 km
(9) MI-24 Hind: लिस्ट में 9वें नं. पर मौजूद MI-24 बड़े आकार का अटैक हेलिकॉप्टर है। दुश्मन पर हमला करने के साथ यह आठ सैनिकों को जंग के मैदान में पहुंचा भी सकता है। ताकत और मार करने की क्षमता में यह अमेरिका के AH-64 अपाचे हेलिकॉप्टर के समान है। कोल्ड वार के समय रूस ने इसे भारी बख्तरबंद हेलिकॉप्टर के रूप में बनाया था। जंग के मैदान में भारी गोलीबारी के बीच MI-24 हमला जारी रखता है। हथियार: जमीन पर मौजूद दुश्मन पर भारी गोलीबारी करने के लिए MI-24 में 12.7mm के मशीनगन लगे हैं। भारी बमबारी के लिए इसमें 30 mm के तोप लगाए गए हैं। इसके साथ ही इस हेलिकॉप्टर में S-8 और S-5 रॉकेट पॉड्स भी लगे हैं। MI-24 अपने साथ 250kg के चार और 500 kg के दो बम लेकर उड़ान भरता है। फैक्ट्स: अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 11,500 kg अधिकतम स्पीड: 335 km/h रेंज: 950 km
(10) Z-10: दुनिया के दस सबसे अच्छे अटैक हेलिकॉप्टर्स की लिस्ट में चीन का Z-10 दसवें स्थान पर है। इस हेलिकॉप्टर के कॉकपिट में गनर की सीट आगे है और पायलट पीछे वाली सीट पर बैठता है। हथियार: जमीन पर मौजूद सेना पर भारी गोलीबारी करने के लिए Z-10 में 30mm का गन लगाया गया है। इसके साथ ही यह HJ एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, HJ- 10 एंटी टैंक मिसाइल और हवा से हवा में मार करने वाली TY-90 मिसाइल से भी लैस है। इस हेलिकॉप्टर में रॉकेट पॉड्स भी लगाया जा सकता है। फैक्ट्स अधिकतम भार लेकर उड़ने की क्षमता: 7,000 kg अधिकतम स्पीड: 300 km/h रेंज: 820 km
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