》जीवन दर्शन Desk: सपने सभी को दिखाई देते हैं। उनमें से कुछ सपने अच्छे यानी खुशी देने वाले होते हैं, जबकि कुछ डरा देते हैं। कई लोगों को लगातार सपने आते रहते है, जिसकी वजह से वे डरे-डरे रहने लगते हैं। एस्ट्रोसेज के मुताबिक, अर्द्घशयन में दिखने वाले ख्वाब (कल्पना) सपने ही माने गए हैं, जब किसी को अत्यधिक बुरा फील होने लगे तो उस व्यक्ति की दिनचर्या में भी बुरा परिवर्तन आने लगता है। ऐसा बिल्कुल भी ठीक नहीं है चूंकि कुछ मृत्यु के समान सूचक भी होते हैं।
महिला और बच्चे हो उठते हैं व्यथित
Bad dreams? Chant this mantra before you go to bed
अक्सर दिखने वाले खराब स्वप्नों से व्यस्क तो कम लेकिन बच्चे और वुमंस अधिक उदास होते हैं। सुबह उठते ही उन्हें बुरी आशंका घेर लेती हैं। जैसे भूत या चुडैल का दिखना, रात को अकेले सोए हों तो जरा सी झपकी लगते ही अन्य बुरे दृश्य दीखना। आदि बुरे सपने हो सकते हैं। लेकिन प्राचीन शास्त्रों में ऐसी समस्याअों का निवारण बताया गया है। दुस्वप्न बार-बार न आए इसके लिए कई उपाय बताए हैं। अग्निपुराण में लिखा है-
‘अद्यानो देव! सवितज्र्ञेयं दु:स्वप्ननाशनम्।‘
(अ.पु. 261.5) अर्थात्
‘अद्या नो देव सवित:’
क्याें जपें ये मंत्र
उपर्युक्त वेदमंत्र के जप से दुस्वप्न नहीं आते हैं और जप करने वाले को अच्छी व गहरी नींद आती है। एकाग्रता पाने और मानसिक शांति के लिए भी इस मंत्र का उपयोग किया जा सकता है। आज की जीवनशैली के चलते ज्यादातर लोग अनिद्रा और खंडनिद्रा (बार-बार नींद का का उचटना) के शिकार हैं। इन दोषों को दूर करने में भी यह मंत्र खासा उपयोगी रहेगा। रात्रि में सोते समय ग्यारह बार निम्नलिखित मंत्र का उच्चारण करना लाभ देता है।
अद्या नो देव सवित:
प्रजावत्सावी: सौभाग्यम।
परा दु:स्वप्न्यं सुव।।
फोटो छुएं और अंदर स्लाइड में पढें क्या है इस मंत्र का अर्थ, कैसे दूर होंगी आपकी चिंताएं……..…..