अगर आपसे पूछा जाए कि दुनिया का सबसे छोटा देश कौन सा है, तो आप वेटिकन सिटी का नाम लेंगे। लेकिन अगर ये पूछा जाए कि दुनिया के 4 सबसे छोटे उपराष्ट्र कौन से हैं तो आप सोच में पड़ जाएंगे। ऐसे में हम आपको दुनिया के 4 सबसे छोटे उपदेशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो किसी न किसी देश का हिस्सा हैं। फिर भी ये उपराष्ट्र अपने आप को किसी देश से कम नहीं मानते हैं। इनमें से किसी का क्षेत्रफल 0.025 किमी है तो कोई 5 किमी के दायरे में है।
1970 के बाद दुनिया की सरकारों और अन्य बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा इन उपराष्ट्रों को आधिकारिक तौर पर माइक्रोनेशन का नाम दिया गया है। ये उपराष्ट्र दुनिया के ऐसे क्षेत्र में हैं, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। इनके शासक खुद ही स्वयं की भूमिका तय करते हैं और खुद की मुद्रा, स्टाम्प, झंडा और पासपोर्ट जारी करते हैं।
आज हम आपको 4 सबसे छोटे देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने आप में अनोखे हैं।
1. मोलोसिया रिपब्लिक, 0.0053 किमी
मोलोसिया गणराज्य के राष्ट्रपति केविन बाउग का बचपन का सपना था कि वे अपने राज्य की स्थापना खुद करें। उन्होंने 1999 में एक ईकाई की स्थापना की, जिसका नाम मोलोसिया गणराज्य रखा और खुद को इसका राष्ट्रपति घोषित कर दिया। 0.0053 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैला यह उपराष्ट्र अमेरिकी प्रांत नेवाडा के पास है। मोलोसिया गणराज्य यानी इस माइक्रोनेशन में दो छोटे स्थान हैं, एक बाउग का घर और दूसरी डेटन की जमीन। इस गणराज्य की अपनी डाक सेवा, बैंक, पर्यटक सेवा, नौसेना, अंतरिक्ष कार्यक्रम, रेल, ऑनलाइन फिल्म थियेटर भी है। 2008 के बाद से यहां पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हुआ था। 2012 में बाउग ने Whitehouse.gov पर एक याचिका दायर की, ताकि माइक्रोनेशन को अलग से मान्यता मिल जाए, लेकिन अभी भी यह यूनाइटेड स्टेट का ही हिस्सा है।
अब दिए गए तीन पिक्स छुएं, स्लाइड्स में अंदर जानें अन्य 3 सबसे छोटे उपदेशों के बारे में…
2) सीलैंड रियासत : सीलैंड रियासत दुनिया का दूसरा सबसे छोटा माइक्रोनेशन है। यह इंग्लैंड के पूर्वी तट से छह मील की दूरी पर स्थित है। युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार ने जर्मन आक्रमणकारियों से अपने तटों की रक्षा करने के लिए, उत्तरी सागर में अवैध रूप से द्वीपों की श्रृंखला का निर्माण किया था। सीलैंड को उपराष्ट्र के तौर पर खुद को स्थापित होने के लिए मान्यता की आवश्यकता था। इसके लिए सीलैंड ने इंग्लैंड और जर्मनी दोनों से लंबे समय तक संघर्ष किया, तब जाकर मान्यता प्राप्त हुई। यहां पर अंग्रेजी भाषा बोली जाती है और यहां की मुद्रा को सीलैंड डॉलर कहते हैं। इसके पहले शासक पैडी रॉय बेट्स थे, जिनकी मृत्यु 2012 में हो गई। इसके बाद उनके बेटे माइकल ने राज्य को संभाला। इसका क्षेत्रफल 0.025 वर्ग किमी है। अगले फोटो पर जानें तीसरा छोटा देश…..
3) फ्रीटाउन क्रिसटीनिया : डेनमार्क के कोपेनहेगन के समीप स्थित फ्रीटाउन क्रिसटीनिया को पूर्व सैन्य बैरकों के रुप में स्थापित किया गया था। सैनिकों के बाहर चले जाने के बाद वहां पर बेघर लोगों को बैरकों में रहने के लिए जगह मिल गई। यहां के निवासियों में क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर कब्जा जमा लिया और अपने बच्चों के लिए एक खेल का मैदान भी बनाया। यह वह समय था जब कोपेनहेगन में आवासों की कमी थी। सितंबर 1971 को एक जानेमाने पत्रकार याकूब लूडविगसेन ने फ्रीटाउन क्रिसटीनिया की अलग से घोषणा कर दी। इसके बाद इस उपराष्ट्र में रहने वाले लोगों ने खुद की सरकार बनाई। यहां पर योगा, मेडिटेशन सेंटर, क्रिएटिविटी सेंटर और थिएटर बनाए गए। यह जगह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। 1994 के बाद से यहां के निवासियों द्वारा करों का भुगतान भी किया जा रहा है। 2011 में यहां कानून भी बनाया गया। इसका क्षेत्रफल 0.34 वर्ग किमी है। अगले स्लाइड् पर जानें चौथा छोटा देश….
4) सार्क किंगडम : कुछ समय पूर्व तक किंगडम ऑफ सार्क यूरोप का सामंती राज्य माना जाता था। 2009 के पहले इसे एक जमींदार द्वारा चलाया जाता था और लोगों को सैन्य सेवा के बदले में भूमि दी गई। लोगों के ऊपर कोई कर नहीं लगाए गए, लेकिन सामाजिक लाभ भी उपलब्ध नहीं था। 2009 के बाद से एक संवैधानिक राजशाही शुरू हुई और राजा ओली प्रथम राज्य का राजा बना। इस उपराष्ट्र में एक भी कार नहीं है, लोग आवागमन के लिए घोड़ागाड़ी का उपयोग करते हैं। वहीं, यहां पर धूम्रपान पर प्रतिबंध लगा हुआ है। यहां के लोग अंग्रेजी, जर्मन, फ्रेंच और वेल्श भाषा का उपयोग करते हैं। यह उपराष्ट्र आधुनिक जीवनशैली से पूरी तरह से कटा हुआ है। इसका क्षेत्रफल 5.4 वर्ग किमी है।
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