》जीवन दर्शन Desk: शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए लोग कई उपाय करते हैं जैसे- पूजा, पाठ, दान, दर्शन आदि। शनि देव की कई प्रसिद्ध मंदिर भी हमारे देश हैं, उन्हीं में से एक है मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित शनिश्चरा मंदिर।
Vijayrampatrika.com आपको शनिदेव के तीर्थों के दर्शन करा रहा है। इस बार शनि जयंती 25 मर्इ, 2017, गुरुवार को है। सूर्यपुत्र की विशेष अराधना विधि जानने के लिए यहां क्लिक करें।
क्यों है खास- यह शनि मंदिर भारत के पुराने शनि मंदिरों में से एक है। लोक मान्यता है कि यह शनि पिण्ड भगवान हनुमान ने लंका से फेंका था जो यहां आकर गिरा। यहां शनि को तेल चढ़ाने के बाद उनसे गले मिलने की प्रथा भी है। जो भी यहां आता है वह बड़े प्यार से शनि महाराज से गले मिलता है और अपनी तकलीफ उनसे बांटता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से शनि उस व्यक्ति की सारी तकलीफें दूर कर देते हैं।
कैसे पहुंचें- शनिश्चरा मंदिर ग्वालियर-भिण्ड रेलवे लाइन पर पड़ता है। ग्वालियर दिल्ली-मुंबई रेल खण्ड का प्रसिद्ध स्टेशन है। ग्वालियर से बसों व टैक्सियों से भी शनिश्चरा पहुंचा जा सकता है। देश के कई शहरों से ग्वालियर के लिए सीधी हवाई सेवा है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डे से शनिश्चरा मंदिर सिर्फ 15 किलोमीटर दूर है। शनि अमावस्या पर यहां काफी भीड़ होती है। उस दिन स्पेशल ट्रेन और बसें मंदिर तक के लिए चलाई जाती हैं।
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